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Punjab सरकार ने दीवाली पर मिड-डे मील कर्मचारियों के लिए 16 लाख रुपये तक का बीमा करने की घोषणा की 

Punjab की सरकार ने इस दीवाली पर एक महत्वपूर्ण घोषणा की है, जिसमें मिड-डे मील कर्मचारियों के लिए 16 लाख रुपये तक का बीमा कवर देने का निर्णय लिया गया है। वित्त, योजना और उत्पाद शुल्क मंत्री हरपाल चीमा ने सोमवार को इस बात की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पंजाब मिड-डे मील सोसाइटी ने केनरा बैंक के साथ एक समझौता किया है, जिसके तहत मिड-डे मील के कुक और सहायक मुफ्त में बीमित होंगे।

बीमा योजना के तहत कवर

मंत्री हरपाल चीमा ने कहा कि जो सभी मिड-डे मील कुक और सहायक केनरा बैंक में जीरो बैलेंस खाता खोले हैं, वे इस बीमा योजना के अंतर्गत आएंगे। इस योजना में आकस्मिक मृत्यु की स्थिति में 16 लाख रुपये, प्राकृतिक मृत्यु की स्थिति में 1 लाख रुपये और पति/पत्नी की आकस्मिक मृत्यु की स्थिति में 2 लाख रुपये का बीमा कवर प्रदान किया जाएगा।

Punjab सरकार ने दीवाली पर मिड-डे मील कर्मचारियों के लिए 16 लाख रुपये तक का बीमा करने की घोषणा की 

वेतन बढ़ाने की सिफारिश

मंत्री ने मिड-डे मील कुक यूनियन पंजाब (बीएमएस) के साथ एक बैठक के दौरान यह भी बताया कि कैबिनेट उप-समिति ने केंद्र सरकार को मिड-डे मील कुक का वेतन 600 रुपये से बढ़ाकर 2000 रुपये करने की सिफारिश की है। उन्होंने आश्वासन दिया कि वेतन संबंधित मुद्दे को केंद्रीय मंत्रालय के साथ उठाया जाएगा, और शिक्षा मंत्री और स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारी इस मामले को आगे बढ़ाएंगे।

छात्रों की संख्या के आधार पर कुक की नियुक्ति

हरपाल चीमा ने बताया कि केंद्र सरकार को भेजे गए पत्र में यह भी सिफारिश की गई है कि हर 50 छात्रों के लिए एक कुक की व्यवस्था की जाए। वर्तमान प्रणाली के अनुसार, 25 छात्रों के लिए एक मिड-डे मील कुक की नियुक्ति होती है, 25 से 100 छात्रों के लिए दो कुक और 100 से अधिक छात्रों के लिए एक कुक की व्यवस्था की जाती है।

आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति की निर्देश

बैठक के दौरान, वित्त मंत्री ने स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव, केके यादव को निर्देश दिया कि ब्लॉक स्तर पर मिड-डे कुक की अतिरिक्त पदों की सृजन पर विचार किया जाए ताकि कर्मचारियों को छुट्टी लेने की स्थिति में वैकल्पिक व्यवस्था सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने मिड-डे मील सोसाइटी के प्रबंध निदेशक, वरिंदर सिंह ब्रार को निर्देशित किया कि मिड-डे मील कार्यकर्ताओं के लिए आवश्यक वस्त्र जैसे एप्रन, कैप और दस्ताने जल्द से जल्द उपलब्ध कराए जाएं।

मिड-डे मील योजना का महत्व

पंजाब में मिड-डे मील योजना एक महत्वपूर्ण पहल है, जो न केवल बच्चों के पोषण के लिए बल्कि उनके शिक्षा में भी मदद करती है। यह योजना गरीब और कमजोर वर्ग के बच्चों को स्कूल में भोजन उपलब्ध कराने का कार्य करती है, जिससे उनकी पढ़ाई में बाधा नहीं आती।

कर्मचारियों की स्थिति में सुधार

इस नई बीमा योजना और वेतन में संभावित बढ़ोतरी से मिड-डे मील कर्मचारियों की स्थिति में सुधार होगा। मिड-डे मील कुक और सहायक, जो आमतौर पर कम वेतन पर काम करते हैं, अब अपनी सुरक्षा को लेकर अधिक आत्मविश्वास महसूस करेंगे।

सरकार की जिम्मेदारी

सरकार की इस पहल से यह भी स्पष्ट होता है कि वह अपने कर्मचारियों की भलाई के प्रति गंभीर है। बीमा कवर और वेतन में बढ़ोतरी से कर्मचारियों के जीवन स्तर में सुधार होगा और वे अधिक प्रभावी ढंग से काम कर सकेंगे।

कार्यकर्ताओं की प्रतिक्रिया

मिड-डे मील कुक और सहायक इस नई योजना की प्रशंसा कर रहे हैं। उनका मानना है कि यह योजना उनके लिए बहुत फायदेमंद साबित होगी। उन्होंने मंत्री हरपाल चीमा का धन्यवाद किया और उम्मीद जताई कि सरकार आगे भी ऐसे सकारात्मक कदम उठाएगी।

पंजाब सरकार द्वारा मिड-डे मील कर्मचारियों के लिए की गई इस घोषणा से यह स्पष्ट होता है कि सरकार बच्चों के पोषण और शिक्षा के साथ-साथ कर्मचारियों की भलाई को भी प्राथमिकता दे रही है। यह एक सकारात्मक कदम है जो न केवल कर्मचारियों के लिए बल्कि समाज के लिए भी लाभकारी होगा।

इस दीवाली पर इस प्रकार की योजनाओं की घोषणा से यह स्पष्ट होता है कि पंजाब सरकार अपनी जिम्मेदारियों को निभाने के लिए प्रतिबद्ध है, जिससे समाज के सबसे कमजोर वर्ग को भी लाभ मिले। इस प्रकार, हम उम्मीद कर सकते हैं कि इस तरह की योजनाएं भविष्य में और भी प्रभावी होंगी और मिड-डे मील योजना के तहत काम करने वाले कर्मचारियों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाएंगी।

 

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